शराब से दूर रहो, शराब – एक जानलेवा बीमारी

भाई और बहनो, ध्यान में रखिए – शराब की लत किसीभी तरहकी दवा, डॉक्टर, तांत्रिक-मांत्रिक, या गले में गंडा, धागा, ताबीज़, माला पहने से, कसम या दर देने से कभी भी काबु में नही आयेगि। क्योंकि हमारे मसितष्क में तक़रीबन हज़ार के आगे केमिकल हैं, उनको न्यूरोट्रांसमीटर कहते हैं ।

यह केमिकल हमारे शरीर में उमंग, उत्साह, और ताकद बढाने का काम करते हैं। इन केमिकल का संबंध शराब से होते ही शरीर में केमिकल, कई गुना जादा मात्रा में बढ़ते हैं । इसी कारण शराबी को थोडे समय के लिए उत्साह, आनंद, ताकद और उमंग पैदा होने का आभास होता है । उनको स्वर्ग से भी अच्छा अनुभव आता है । जैसे की इस दुनिया में सबसे बडा में हूँ । मेरे जैसा इस दुनिया में दूसरा कोई भी नहीं । जेब में एक पैसा नहीं होता और उसको लगता है में करोड़पती हूँ । ऐसे हर तरह का अनुभव शराबी को थोडे समय तक आता है । लेकीन महत्वपूर्ण बात यह है की जब शराब का नशा धीरे-धीरे काम होने लगता है, वैसे वैसे उसका यह झुटा आनंद, उत्साह और ताकत धीरे-धीरे भी कम होने लगता है ।

इसी लिए यह झुटा आनंद, उत्साह और ताकत लाने के लिए वह बार बार शराब पिता है । आखीर आगे शराब के सेवन बिना उनका शरीर बिलकुल काम नहीं करता । उनकी नसे (सेल) और न्यूरोट्रांसमीटर शराबी की मांग निर्माण करते हैं । शराब की मांग निर्माण करने के कारण जब भी शराब पिने को नहीं मिला, तो मसितष्क में और शरीर में बहोत बडी जानलेवा भयानक दिक्कत निर्माण होती है ।

इसी कारण जब जब कभी आगे शराबी को शराब पीनेको नहीं मिली तो शराबी के हाथ पाँव काँपतें है, बिलकुल नींद नहीं आती, शरीर की साड़ी नसे टूट रही है ऐसे लगना, भूक नहीं लगाना, कुछ खाना खाया पिया तो उलटी हो जाती है. पसीना आना, चक्कर आना, मिर्गी का झटका आना, लिव्हर और किडनी पे शराब का बुरा असर होनेसे पेट में पानी होना (लिव्हर सिरॉसीस होना), चमत्कारी वहम होना जैसे की घर में चोर पुलीस, सांप आया है, किसी के हाथ मे चाकू या रिव्हलवर है, कान में आवाज आती है की कोई गाली दे रहा है इसे अल्कोहोलिक हॅलोसिमोसिन्स कहते है, यह सभी भयानक समस्याएं मस्तिष्क में हुई शराब के बुरे असरसे ही निर्माण होती है.

आगे शराबीके शारीरिक सभी पेशींयॉ (सेल्स) शराब के सेवन बिना बिलकुल काम नहीं करती। जब कभी उसने शराब पिया तो ही उसकी यह समस्याएं कंट्रोल में आती है। इसलिए शराब से दूर रहने की इच्छा होने पर भीवह शराब से दूर नहीं रह पाता। आखिर इसके ऊपर सही इलाज क्या? शराब कैसे छूटेगी? शराब के कारण हुई ये समस्या हल कैसे होगी? तो भाईयो और बहनो इस कारण से आप निराश मत हो। क्योकि शराब की वजह से शरीर में हुई यह भयानक समस्याएं हमारे प्राकृतिक उपचार प्रणालीसे उसी क्षण में पूरी तरह कंट्रोल में आती है। और हमारे उपचार की महत्वपूर्ण बात यह है की, जब कभी शराबी को शराब पीने नहीं मिली तो उनके हाथ पाँव कांपते है, मगर यह समस्या हमारे प्राकृतिक उपचार प्रणालीसे कंट्रोल में आती है।

शराबी को भूक नहीं लगती, खाना खाया पिया तो उलटी हो जाती है तो हमारे उपचार से भूक लगना शुरू हो जाती है और उलटी आना तुरंत बंद हो जाती है। शराब के वजह से शराबी को बिलकुल नींद नहीं आती तो हमारे प्राकृतिक उपचार प्रणालीसे नींद की गोली के सिवाय अच्छी नींद आती है। लिव्हर की सूजन कंट्रोल मे आती है। इसीतरह शराब की वजह से शरीर में जितनी भी समस्सयाएं निर्माण हुई है वह सब कंट्रोल में आती है। इसी कारण जिनकी शराब छोड़ने की मनसे इच्छा है वह शराब छोड़ देता है। इसीलिए आपको दारू छुड़ाने की मनसे इच्छा है तो सिर्फ २४ घंटे बिना शराब पिए हमारे दारू मुक्ति केंद्र में आकर खुद संपर्क करे।

Our Treatment Method in brief

हमारे उपचार कि संक्षिप्त जानकारी

१) शराब का बुरा असर मस्तिष्क, शरीर, मन बुद्धि और परिवार के सदस्योंपर भी पड़ता है। इन्ही बातों को मद्देनजर रखकर शराबीपर शुद्ध सात्विक उपचार किया जाता है।

२) शराबीकी मानसिक अवस्थयोंपर ध्यान देकर उसकी शराब की बुरी आदत किसी कारण हुई है तथा उसके नजदीकी दोस्तो का रहनसहन इन सभी बातों की जानकारी करके उनका व्यक्तीत्व स्वयंपूर्ण तथा सेहतमंद किस प्रकार से होगा। उस पर अधिक से अधिक ध्यान दिया जाता है।

३) शराबियों के साथ साथ उनके पारिवारीक सदस्य को भी मानसिक तथा भावनिक आधार देकर शराबी का मनोबल काम हो जाता है। इसलिए उनकी पत्न, बेटे, माँ, पिता या घरके शिक्षित सदस्यको शराबीसे किस तरहके बर्ताव करना चाहिए इसकी जानकारी दी जाती है। इसलिए उनके पारिवारीक सदस्य उनके साथ लाना जरूरी है।

Please be advised


विशेष सूचना

१) हमारे यहाँ आते समय आपकी शादी हुई है तो अपनी पत्नी नहीं तो माँ या सगी बहन और एक शिक्षीत पुरुष सदस्य लाना जरूरी है।

२) शराबीको उपचार के लिए २४ घंटे बीने शराब पिए लाना जरूरी है।

३) शराब छुड़ानेवाली व्यक्ति की मानसिक तयारी होनी चाहिए उनको धोखाधड़ी करके, झूठा बयान करके, मारपीट करके जबरदस्तीसे खीचकर नहीं लाना है।

४) किसी भी गुरूवार या रविवार सुबह ११:०० बजे आना जरूरी है।

५) फोन करके अपॉइंटमेंट लेना जरूरी है।

६) मै किसी भी तरह का डॉॅक्टर, तांत्रिक, मांत्रिक, बाबा, भगत नही हूँ। मेरे पास किसी भी तरह की दैवी शक्ति नहीं है।

७) यहाँ किसी भी तरह का अॅलोपथी, होमियोपथी, आयुर्वेद या यूनानी जैसे इलाज नहीं किया जाता। यहाँ सिर्फ शराबी के लिए शुद्ध, सात्विक, प्राकृतिक, निसर्गोपचार किया जाता है।

८) हमारे उचार के बाद खाने के लिए किसी भी तरह का परहेज नहीं है। वेज नॉनवेज, तीखा, मीठा, कुछ भी खा सकते है।




१) शराब के कारण अपने पति को खो देने वाली लाखो विधवाओकी तरूण चीत्कार सुनी है आपने?

२) शराब अनेक स्त्रियों का सुहाग मिटनेवाला शैतान।

३) अपने पत्नी का सुहाग और अपने परिवार की रक्षा हेतु शराब रूपी शैतान से दूर रहे।

४) शराब आनंद या आतंक?

५) शराब ने दुनिया को क्या दिया।

६) शराब से होनेवाली मृत्युकी संख्या।

७) शराबके वजह से प्रतिदिन २००० लोगोंकी मौत होई है।




१) दुनिया में हो रही हत्याओंसे, शराब पीकर मरनेवालों की संख्या ५४ गुना अधिक है।

२) आत्महत्याओंसमें मरनेवालोंसे, शराब पीकर मरनेवालोंकी संख्या ३० गुना अधिक है।

३) कॅन्सरसे होनेवाली मृत्युसे शराब पीकर मरनेवालोंकी संख्या ६० गुना अधिक है।

४) दुर्घटनाओंसे होनेवाली मृत्युसे शराब पीकर मरनेवालोंकी संख्या २० गुना अधिक है।


ध्यान रखे शराब केवल एक मृगतृष्णा है

१) झिलमिलाती रेट देखकर जल के भ्रममे मृग दौड़ते है वैसेही शान्ति के लिए शराब के पीछे दौड़ते है।

२) शांति शराबमें नहीं। भगवान की शरण और उनके स्मरण में है।

३) शराब कुछ क्षण के लिए आनंद का भ्रम बाद में भयानक दर्द है।


चिख-पुकार।

१) शराबने हमें और परिवार को क्या दिया ? सिर्फ दुःख, रोग, परिवार-वियोग, क्लेश, आर्थिक दबाव और सामजिक समस्यांए।

२) अपने परिवार के लिए अपने लाडले बालको के लिए शराब नहीं छोड़ सकते ?

३) शराब के वजह से अपने परिवार को खो देनेवाली लाखो विधवाओंका तरुण चित्कार कभी सुना है आपने ?

४) शराब से शांति मिलती है? नहीं! चिरशांती। … …. व्यसन अर्थात विनाश शराब छोड़नेसे कोई दुखी नहीं होता। शराब पीनेसे कोई सुखी नहीं होता। शराब हमसे नहीं चिपकी हुई है, हम शराबसे चिपके हुए है।

५) व्यसन छोड़ने हतु दृढ़ मनोबल चाहिए।

– श्री देशमुख